Thursday, January 4, 2024

मेहमान का घर

 ये जिस्म एक मेहमान का घर,

मुझे लगता किसी अंजान का घर,

मयकश सी एक जान का घर,

ये बंजर और बेजान सा घर,

कभी सूरज तो कभी चांद का घर,

ये काटो और गुलिस्तां का घर,

सचाई का, ईमान का घर,

एक झूठे और बईमान का घर,

खामोश, जड़वत, बेजुबान का घर,

या खींचती हुई एक तान का घर,

नदियों का, मैदान का घर,

मखमल और पाषाण का घर,

कभी देवता कभी शतान का घर,

ये जिस्म कई इंसान का घर,

मैं ढूंढू जिसमे अपना घर,

मेरा घर समशान का घर

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